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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव बहुमत के साथ गिरा
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। करीब 12 घंटे चली बहस के बाद 126 के मुकाबले 325 मतों से अविश्वास प्रस्ताव गिरा। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जहां मोदी और उनके मंत्रिमंडल व भाजपा को घेरा तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पलटवार किया। अविश्वास को लेकर मोदी ने सुभाषचंद्र बोस से लेकर सरदार वल्लभ भाई पटेल, मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, एचडी देवगोड़ा, शरद पवार, प्रणब मुखर्जी जैसे नेताओं के नाम लेकर कहा कि कांग्रेस ने इन सभी को अांखें दिखाने पर कहीं का नहीं छोड़ा।
राहुल गांधी ने आज वह कुछ किया जो कभी कांग्रेस के पुराने नेता करते थे कि तुम मुझे गालियां दो मैं तुम्हें गले लगाऊँगा। ठीक उसी तरह जैसे सुभाषचन्द्र बोस ने कहा था कि तुम मुझे खून दो में तुम्हे आजादी दूँगा। भाजपा का उन्होंने एहसान माना कि आपने मुझे हिंदू होने का एहसास कराया। हम लोग नफरत में विश्वास नहीं करते हैं हिंदुस्तानी होने का मतलब आप ने सिखाया है मैं उसके लिए धन्यवाद देता हूं। राहुल गांधी ने यह बोलकर जब अपनी कुर्सी से उठ कर सीधे नरेंद्र मोदी के पास जाकर गले मिले तो पूरा सदन चौक गया।
हर कोई यह देखना चाह रहा था कि राहुल गांधी अपनी कुर्सी से उठ कर कहां जा रहे हैं जब वह मोदी से जाकर गले मिले तो मोदी खुद चौक गए तस्वीरें बताती है कि मोदी समझ ही नहीं पाए कि राहुल ने ऐसा क्यों किया हालांकि मोदी भी कोई कम चतुर नहीं है उन्होंने राहुल को इशारे से फिर बुलाया राहुल पहुंचे और उसके बाद उन्होंने राहुल से हाथ मिलाकर पीठ पर एक हाथ रखा और उसके बाद हल्की सी मुस्कान के साथ राहुल को जाने दिया।
आज जिस तरह से राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले किए और राफेल सौदे को लेकर जो करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया उस समय सदन में कड़वाहट दिख रही थी, लेकिन बाद में राहुल गांधी ने जिस तरह से अपनी बात रखी वह भी चौकाने वाली थी । आज वाकई राहुल गांधी ने खुद यह कहा कि आप मुझे पप्पू समझो पप्पू कहो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता मैं तो अपना काम करता रहूंगा।
भाजपा सरकार और नरेंद्र मोदी पर कई हमले राहुल ने किए जो देख कर लग रहा था कि वह अब परिपक्व होते जा रहे हैं। 2019 तक वह एक प्रधानमंत्री के वास्तविक दावेदार बन सकते हैं। अभी तो उनको कांग्रेस नेताओं को छोड़कर बाकी पार्टी के नेता गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन जिस अदा से एक एक मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री पर हमले किए उसे पूरी बीजेपी के सांसद चुप हो गए।
राहुल बोले कि अभी ब्रेक के समय मुझसे बीजेपी के सांसद बोले की आज आप अच्छा बोले। सियासी लड़ाई के बीच जिस तरह से राहुल ने आज शिष्टाचार की तस्वीर पेश की,वह राहुल की राजनीतिक परिपक्वता को प्रदर्शित कर रही थी। जीएसटी से लेकर नोटबंदी पेट्रोल डीजल के दाम किसानो की कर्ज माफी सूट बूट की सरकार 15 लाख कब बैंक खाते में जमा होंगे ऐसे कई जुमलों को लेकर सिलसिलेवार राहुल ने हमले किए। यह बात अलग है कि राहुल के हमलों का जवाब बाद में मोदी भी देंगे लेकिन आज सदन में जो दृश्य देखने को मिला वह कहीं न कहीं विपक्षी एकता की ताकत भी उसमें दिखाई दी। चुनिंदा उद्योगपतियों के कर्ज माफ करने से लेकर नरेंद्र मोदी को देश का चौकीदार बताने की बजाए भागीदार बताया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे के घोटाले को लेकर भी रावण ने तीखा वार किया।
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