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मप्र किसान कांग्रेस की बैठक में रीवा के नेता सुरेंद्र पाठक ने कहा पार्टी में सच बोलना गुनाह
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में विंध्य में मिली जबरदस्त हार औऱ लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश की 28 सीटें गंवाने के बाद अब कांग्रेस में विरोध के स्वर तेजी से उभरने लगे हैं। मप्र कांग्रेस कमेटी की किसान खेत मजदूर कांग्रेस की प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में विंध्य के एक नेता व रीवा जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पाठक ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस में सच बोलना गुनाह है। पार्टी में दो तरह के नेता हैं एक स्थापित और दूसरे विस्थापित। स्थापित नेता दूसरे नेताओं को आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं क्योंकि इससे उन्हें जगह खाली करना पड़ेगी।
पाठक यहीं नहीं रुके बल्कि वे बोले की जब टिकट बंटवारे का समय आता है तो किसान कांग्रेस को कोई पूछता तक नहीं है। संगठन के कमजोर होने पर कोई भी चुनाव नहीं जीता जा सकता। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर भी इस मौके पर रुके नहीं। वे बोले कि जो लोग पहले विधानसभा के टिकट के लिए तरस रहे थे आज ये लोग मंत्री बनाने की जिद्द कर रहे हैं और तो और वे सरकार गिराने की बातें भी कर रहे हैं। विधायक बनने के बाद अहंकार नहीं आना चाहिए। गुर्जर ने कुछ नेताओं को असीमित अधिकार दिए जाने पर भी कटाक्ष किया। कटनी का उदाहरण दिया कि संजय पाठक ने कांग्रेस में रहते हुए वहां संगठन में अपने समर्थकों को बैठा दिया और अब पार्टी से उनके जाने के बाद वहां संगठन खड़ा करने में परेशानी हो रही है। किसान कांग्रेस के इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री भी पीछे नहीं रहे लेकिन उन्होंने अपनी पार्टी को नहीं घेरा बल्कि भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव जनता का चुनाव नहीं था बल्कि ईवीएम का चुनाव था। कम समय में कमलनाथ सरकार ने किसान कर्ज माफी सहित इतने सारे काम किए। कार्यकर्ताओं ने खूब मेहनत की लेकिन परिणाम वैसे नहीं आए।
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