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पीर पराई जाणे रे के अंतर्गत कंवर ग्रेवाल का सूफी गायन
संस्कृति विभाग की ओर से हर वर्ष आयोजित होने वाले पाँच दिवसीय प्रतिष्ठा समारोह लोकरंग के अंतिम दिन आजस्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित “पीर पराई जाणे रे…” कार्यक्रम में पंजाब के सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक कंवर ग्रेवाल सूफी गायन प्रस्तुत किया।कंवर ग्रेवाल और उनके साथियों ने लोकरंग के मंच पर “मस्त बना देंगे बीबा”, “इश्क बुल्ले नूं नचावे यार”, “तुंबा वाजदा”, “टिकटा दो ले ली”, “मेरी अपणी ज़मीर सौदेबाज हो गई”, “तू गढ़वा मैं तेरी डोर वे माहिया” जैसे सूफी गीतों को प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया| कंवर ग्रेवाल के साथ तुंबे पर निरमेल सिंह, गिटार पर रमनजीत, की-बोर्ड पर धर्मेन्द्र पाल, ऑक्टोपेड पर दीपक कुमार, ढोल पर कश्मीर लाल, टेबल पर शिवम ने संगत की| साथ ही कोरस पर मनी सिंह, बबरीक सिंह, हरजिंदर सिंह लाडी ने साथ दिया|
कंवर ग्रेवाल ने सूफी संगीत को एक नयी दिशा दी है। भटिण्डा के मेहमा सवाई में जन्मे कंवर ग्रेवाल को बचपन से ही गायकी में गहरी रुचि रही है। पटियाला से संगीत की औपचारिक शिक्षा ग्रहण की और वर्ष 2013 में आंखन एलबम से दर्शकों के बीच अपनी एक अलग पहचान स्थापित की। पंजाबी फिल्म अरदास के फकीरा गीत ने रातों-रात आपको प्रसिद्धि के मुकाम पर पहुंचा दिया। कंवर ग्रेवाल के जोगी नाथ, रंगेय वी, तुम्बा ने वजदा, मस्त जोगी जैसे अनेक एलबम रिलीज हुए हैं।
आपकी गायकी का सफर फिल्मों, म्यूजिक इंडस्ट्री एवं टेलीविजन तक जारी है। एम टीवी, पंजाब टीवी एवं अनेक स्टार नाईट अवार्ड समारोहों में आपके अनेक सफल शो आयोजित हो चुके हैं। आपकी कर्णप्रिय आवाज़ में शबद कीर्तन, सूफी के अनेक एलबम भी जारी हुए हैं। न केवल भारत बल्कि अनेक देशों में भी आपने सूफी गायन की मंचीय प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया है।
स्वराज संस्थान संचालनालय द्वारा विगत 13 वर्षों से शहीद अवसर पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पीर पराई जाणे रे…. कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। अब तक पंडित जसराज, कविता सेठ, जसपिंदर नरूला, संजीव अभ्यंकर, दलेर मेंहदी, अनूप जलोटा,मुकुल शिवपुत्र, रेखा भारद्वाज, हर्षदीप कौर, जिला खान, ऋचा शर्मा, हंसराज हंस, नूरां सिस्टर्स जैसे प्रतिष्ठित गायकों द्वारा प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को यादगार बनाया है। भोपाल के कला रसिकों के बीच यह कार्यक्रम ने अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर चुका है।
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