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परम्परागत खेती के साथ उद्यानिकी फसल से मिला 10 लाख सालाना लाभ
रायसेन जिले के उदयपुरा ब्लाक के गांव बेरसला के शंकर सिंह राजपूत प्रगतिशील किसान हैं। कुछ समय पहले तक शंकर अपनी 16 एकड़ कृषि भूमि में गेहूं, चना, सोयाबीन की फसलें ही लेते थे। इससे लगभग 6 लाख रुपये की सालाना आमदनी प्राप्त होती थी। अब परम्परागत खेती के साथ-साथ उद्यानिकी फसलें भी ले रहे हैं। इससे उन्हें 10 लाख रुपये प्रति वर्ष तक शुद्ध आय प्राप्त हो रही है।उद्यानिकी विभाग द्वारा आयोजित कृषक प्रशिक्षण में भाग लेकर शंकर ने उद्यानिकी फसलों की जानकारी, तकनीक और मार्गदर्शन प्राप्त किया। वर्ष 2017-18 में अपनी कृषि भूमि में 1.50 एकड़ में हायब्रिड बैंगन का उत्पादन लिया। शंकर ने 25 अक्टूबर से 10 दिसम्बर के बीच लगभग 3 लाख 50 हजार रुपये की अपनी उत्पादित सब्जी बेची। इन्हें मार्च 2018 तक उत्पादित होने वाली फसल भी 3 लाख 50 हजार रुपए में विक्रय होने की संभावना है। अब कृषक शंकर सिंह राजपूत अपनी 1.50 एकड़ कृषि भूमि में एक फसल में 7 लाख रुपए तक कमाने में सक्षम हो गये हैं। इसमें शुद्ध आय लगभग 5 लाख रुपये निश्चित है।\प्रगतिशील किसान शंकर सिंह राजपूत ने उद्यानिकी योजनाओं का भरपूर लाभ लिया है। इन्होंने 50 मैट्रिक टन क्षमता का प्याज भंडार गृह और पैक हाउस तथा ट्रेक्टर, रोटावेटर सहित अन्य सुविधायें जुटा ली हैं। क्षेत्र के अन्य किसान शंकर सिंह से प्रेरणा लेकर उद्यानिकी फसलों की ओर बढ़ रहे हैं। हायब्रिड किस्मों के अनाज और सब्जी की फसल लेने में किसान रूचि ले रहे हैं।
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