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डामोर के इस्तीफे से कांग्रेस को शुकून, अब अपने बल पर बचाएगी सरकार
झाबुआ से भाजपा विधायक गुमान सिंह डामोर के विधानसभा से इस्तीफा दे देेने के बाद अब कांग्रेस अपनी सरकार को अपने बल पर बचाने में समर्थ हो गई है। मंगलवार की रात डामोर का इस्तीफा स्वीकृत होने के बाद कांग्रेस के पास 114 और सरकार में शामिल निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल के कारण 229 का पचास फीसदी से ज्यादा आंकड़ा हो जाने पर कमलनाथ सरकार की मुश्किलें कम हो गई हैं।
मध्यप्रदेश की पन्द्रहवीं विधान सभा के लिये झाबुआ से निर्वाचित विधायक गुमान सिंह डामोर ने मंगलवार की शाम को विधानसभा सचिवालय में इस्तीफा सौंपा और रात को ही विधानसभा अध्यक्ष नर्मदाप्रसाद प्रजापति ने उसे स्वीकृत कर दिया। अब गुरुवार को विधानसभा सचिवालय गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर चुनाव आयोग को झाबुआ सीट के रिक्त होने की सूचना भेजकर उसे भरने के लिए चुनाव कराने का आग्रह करेगा। आज की स्थिति में कांग्रेस के पास कमलनाथ के छिंदवाड़ा से जीतने पर 114 विधायक हैं। चार निर्दलीय विधायकों में से एक प्रदीप जायसवाल मंत्री बनकर सरकार का हिस्सा हो गए हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास 115 विधायक संख्या हो गई है जबकि मौजूदा स्थिति में 229 विधायक का पचास फीसदी बहुमत के लिए चाहिए। अगर बसपा-सपा व तीनों निर्दलीय भाजपा को समर्थन भी दे दे हैं तो भी कांग्रेस सरकार को खतरा नहीं है।
सदस्य द्वारा विधान सभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया गया है,जिसे विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री एन. पी.प्रजापति द्वारा 4 जून, 2019 को स्वीकार कर लिया गया है। ज्ञातव्य हो कि श्री डामोर हाल ही में सम्पन्न हुए लोकसभा आम चुनाव में रतलाम झाबुआ के लिए सांसद निर्वाचित हुए हैं।
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