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चुनाव आयोग ने भाजपा से सख्ती की, कार्यकर्ता के अंतिम संस्कार में भी नहीं जाने दिया
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो जाने तथा मतगणना के लिए छह दिन शेष रहने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केवल मंत्रिपरिषद की बैठक बुलाई बल्कि मुख्यमंत्री निवास में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस पार्टी पर जमकर बरसे भी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा अविश्वास किया लेकिन आयोग ने भाजपा से ज्यादा सख्ती की। उन्हें आयोग ने एक कार्यकर्ता के निधन के बाद उसके अंतिम संस्कार में जाने से भी रोक दिया।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट बैठक में जिन मंत्रियों को टिकट नहीं मिला था, उनमें से माया सिंह, कुसुम महदेले व हर्ष सिंह नहीं आए। बैठक में सीएम ने मंत्रियों से उनके हाल-चाल पूछे और उनके क्षेत्रों की स्थिति के बारे में फीडबैक लिया। इसके बाद वे बांधवगढ़ में परिवार के साथ समय बिताने के लिए रवाना हो गए।
बांधवगढ़ जाने के पहले मुख्यमंत्री निवास में आयोजित पत्रकार वार्ता में वो कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि मतदान के दिन से ही कांग्रेस गलत बयानबाजी कर रही है और हार के डर से बौखलाकर ईवीएम में गडबड़ी का अभियान चला रही है।इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस हार से घबरा रही है। इसलिए इसका ठीकरा चुनाव आयोग पर फोड़ने की तैयारी कर रही है। मतदान के दिन तीन बजे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव आयोग को चिठ्ठी लिख दी थी और ईवीएम में छेड़छाड़ की शिकायत शुरू कर दी थी। कांग्रेस की नजर में पुलिस, अफसर और चुनाव आयोग, सब बईमान हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग संवैधानिक संंस्था है। ऐसे में कांग्रेस आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, “चुनाव आयोग ने तो उलटे भाजपा के खिलाफ सख्ती की। इसके लिए उन्होंने मतदान से एक दिन पहले हुई एक घटना का जिक्र किया कि कैसे चुनाव आयोग ने आचार संहिता का हवाला देकर उन्हें अपने एक कार्यकर्ता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी।
ईवीएम में छेड़छाड़ गुड्डे-गुडिया का खेल नहीं
सीएम शिवराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि, कांग्रेस चुनाव को मजाक बनाने की कोशिश कर रही है। वो बार-बार ईवीएम में छेड़छाड़ की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि, ईवीएम में छेड़छाड़ करना कोई गुड्डे-गुड़ियों का खेल नहीं है, जो इतनी आसानी से हो जाए। इतना ही नहीं उन्होंने प्रदेश में एक बार फिर भाजपा सरकार बनने का दावा जताया। वहीं उन्होंने कैबिनेट बैठक को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी पलटवार करते हुए कहा कि, हम अपनी कर्तव्यों को पूरा करने के लिए चुनाव नतीजों का इंतजार नहीं करेंगे।
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