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कलाकरों की पारम्परिक ठुमरी तुमतो करत बड़जोरी
मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में गायन, वादन एवं नृत्य प्रस्तुतियों पर एकाग्र श्रृंखला ‘उत्तराधिकार’ में आज ‘उपशास्त्रीय गायन’ एवं ‘कथक नृत्य’ की प्रस्तुतियाँ संग्रहालय के मुक्ताकाश मंच पर हुईं|सबसे पहले राग यमन बड़ा ख्याल में ‘देवो दान मोहे’ और राग यमन छोटा ख्याल में ‘रत्ना नदी तोरे बलमा’ प्रस्तुत किया| इसके बाद कलाकरों ने पारम्परिक ठुमरी ‘तुमतो करत बड़जोरी’ प्रस्तुत की| ठुमरी के बाद कलाकारों ने चैती ‘चैत मास चुनरी रंगाई’ प्रस्तुत कर सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. मोनिका शाह(अहमदाबाद) ने अपने साथी कलाकारों के साथ उपशास्त्रीय गायन से की|
चैती के बाद दादरा ‘दीवाना किये श्याम’ की प्रस्तुति हुई| डॉ. मोनिका शाह ने साथी कलाकारों के साथ भजन ‘आली री मेरे नयना बाण पड़ी’ प्रस्तुत कर अपनी प्रस्तुति को विराम दिया| गायन के दौरान डॉ. मोनिका शाह का साथ तबले पर मनोज पाटीदार ने, हारमोनियम पर आकाश जोशी ने, तानपुरे पर बंसारी मैसूरिया और अजय ठाकुर ने दिया| डॉ. मोनिका शाह का सहयोग गायन में बंसारी मैसूरिया और
अजय ठाकुर ने दिया|
गायन के पश्चात् निवेदिता पंड्या और शाश्वती हरमलकर ने अपने साथी कलाकारों साथ कथक नृत्य प्रस्तुत किया| नृत्य की शुरुआत कलाकरों ने ताल चौताल में निबद्ध शिव स्तुति ‘जय महेश जटा जुट’ पर नृत्य प्रस्तुत कर की| जिसमें कलाकारों ने अपने नृत्य कौशल से शिव के स्वरुप और उनके रूपों को मंच पर बिम्बित किया गया| इसके पश्चात् तीनताल में आमद, तोड़े, परन तथा राजा चक्रधर सिंह जी की
रचनाओं पर नृत्य प्रस्तुत किया| इसके बाद निवेदिता पंड्या और शाश्वती हरमलकर ने राधा-कृष्ण के स्वरुप को अपने नृत्याभिनय कौशल दर्शकों के समक्ष प्रस्तुत किया| नृत्य प्रस्तुति के अंत में कलाकारों ने भाव पक्ष, जो की बिंदादीन महाराज जी की रचना ‘मेरी सुनो नाथ जैसे सबके दुख निवारे’ पर नृत्य प्रस्तुत
कर अपनी प्रस्तुति को विराम दिया| इस प्रस्तुति में भगवान विष्णु के अवतार प्रसंगो को और विष्णु के रूप को मंच पर निवेदिता पंड्या और शाश्वती हरमलकर ने नृत्य माध्यम से प्रदर्शित किया| नृत्य प्रस्तुति के दौरान निवेदिता पंड्या और शाश्वती हरमलकर का साथ सितार पर स्मिता वाजपेयी ने, पढ़न्त पर सुचित्रा हरमलकर ने, गायन एवं हारमोनियम पर मयान स्वर्णकार ने और तबले पर मृणाल नागर ने सहयोग किया|प्रस्तुति के दौरान कई बार श्रोताओं और दर्शकों ने कलाकारों का उत्साहवर्धन करतल ध्वनि से किया डॉ. मोनिका शाह लम्बे समय से गायन-वादन के क्षेत्र में सक्रीय हैं| डॉ. मोनिका शाह ने गायन की कई प्रस्तुतियाँ देश के विभिन्न कला मंचों पर दी हैं| निवेदिता पंड्या को कई प्रतिष्ठित सम्मानों और
पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है| निवेदिता पंड्या ने देश के विभिन्न कला मंचों पर कथक नृत्य की कई मोहक प्रस्तुतियाँ दी हैं|
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