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हर छात्र को अनुशासित रहना चाहिए
उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि प्रत्येक छात्र को अनुशासित रहना चाहिए और उन्हें देश के विकास का दृष्टिकोण भी रखना होगा। वे आज हरियाणा के कुरूक्षेत्र में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा और अन्य बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा और रोजगार में सीधा संबंध है। उन्होंने छात्रों को नए अवसर का लाभ उठाने के लिए ज्ञान हासिल करने और अपना कौशल बढ़ाने को कहा है। उन्होंने छात्रों को देश के विकास में योगदान करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा सिर्फ़ रोजगार के लिए नहीं बल्कि यह ज्ञान और प्रबोधन बढ़ाने के लिए भी है। उपराष्ट्रपति ने खेलों को प्राथमिकता देने के लिए हरियाणा सरकार की प्रशंसा की और हाल ही में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि सभी समस्याओं के लिए लोकतंत्र में सार्थक विचार-विमर्श की गुंजाइश है। उन्होंने यह भी कहा कि रचनात्मक बहस समस्या का समाधान दिला सकता है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए और किसी को सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंसा कोई समाधान नहीं हो सकता है।
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