-
दुनिया
-
अफ्रीकी चीता गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया
-
पं. प्रदीप मिश्रा सीहोरवाले के कुबरेश्वरधाम में महाशिवरात्रि के बाजार सजे, देशभर से आ रहे अनुयायी
-
डॉक्टर ने जर्मनी में पत्नी से देह व्यापार कराने की कोशिश, इंदौर में दर्ज हुआ मामला
-
मध्य प्रदेश में साइबर चाइल्ड पोर्नोग्राफी के हर साल बढ़ रहे मामले, सोशल मीडिया प्लेटफार्म माध्यम
-
मैनिट भोपाल में स्टार्टअप एक्सपो, युवाओं, निवेशकों-ग्राहकों को मिलेगा मंच
-
जूडा की सीएम से मुलाकात, सरकार ने मांगे मानी तो लिया हड़ताल न करने का भरोसा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेशभर के मेडिकल कालेज के जूडा प्रतिनिधि चिकित्सकों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने जहां जूडा की मांगें स्वीकार कर ली तो उन्होंने भविष्य में हड़ताल नहीं करने का आश्वासन दिया। चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बॉण्ड पर कार्य करने वाले चिकित्सक को वही वेतन दिया जायेगा जो नियमित चिकित्सक को सेवा के प्रथम वर्ष में दिया जाता है। इसी तरह पी.जी. प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के चिकित्सकों को स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल ऑफिसर को प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में मिलने वाली राशि के बराबर ही मिलेगी। जब भी मेडिकल ऑफिसर की राशि बढेगी चिकित्सकों की राशि में भी उसी अनुरूप बढोतरी होगी।
इसी तरह सीनियर रेसीडेंट का की राशि 49 हजार रूपये से बढ़ाकर 65 हजार, जूनियर रेसीडेंट की राशि 36 हजार से बढ़ाकर 45 हजार और इंटर्न की राशि 8 हजार से बढ़ाकर 10 हजार कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने विदयार्थियों की परिस्थिति को देखते हुए एक मुश्त तीस हजार रूपये की राशि पुस्तकें खरीदने के लिये देने पर भी सहमति दी।
जिन शेष मांगों को श्री चौहान ने स्वीकार किया उनके अनुसार –
1.मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के लिये हॉस्टल सुविधा का उन्ययन किया जायेगा। हॉस्टल फीस से प्राप्त होने वाली राशि हॉस्टल के उन्नयन में रहवासियों की सहमति से व्यय की जायेगी।
2. स्नात्कोत्तर विद्यार्थियों एवं सीनियर रेजीडेंट के लिये इंदौर, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, रीवा एवं सागर प्रत्येक में 100 आवासों का हॉस्टल बनाया जायेगा। इस पर कुल व्यय लगभग रूपये 60 करोड़ अनुमानित है। अगले दो साल में यह बनकर तैयार हो जायेगा।
3. चिकित्सा विद्यार्थी की बीमारी की दशा में समस्त चिकित्सा व्यय शासन द्वारा वहन किया जायेगा। विदयार्थियों का स्वास्थ्य बीमा कराया जायेगा।
4. ग्रामीण क्षेत्र में सेवा का बॉण्ड भरने वाले विद्यार्थी द्वारा मध्यप्रदेश में उच्चतर शिक्षा पूर्ण होने पर ही ग्रामीण क्षेत्र में सेवा ली जायेगी।
5. विद्यार्थियों एवं सीनियर रेजीडेंट को मेडिकल कॉलेज के कार्यों में यथोचित प्रतिनिधित्व दिया जायेगा।
Leave a Reply